Garibi Par Nibandh: गरीबी एक ऐसी बीमारी हैं जिसका कोई इलाज नही। गरीबी के कारण कई देश और कई घर तबाह हो जाते हैं। इस आर्टिकल में हम आपको गरीबी पर निबंध (Garibi Par Nibandh) अलग – अलग शब्द सीमा में बताएंगे। आपके लिए यह निबंध हर परीक्षा में उपयोगी साबित होगा।
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गरीबी पर निबंध | Garibi Par Nibandh
गरीबी पर निबंध ( 250 शब्द )
एक ऐसी मानवीय स्थिति हैं जो हमारे आम जीवन में संघर्ष और समस्याओं को जन्म देती हैं, उसे गरीबी कहते है। गरीबी से आम लोग जीवन के रास्ते भूल जाते हैं और उसी के कारण कई तरह की समस्याओं जन्म लेती हैं। गरीबी दुख – दर्द और कई तरह के आंतरिक जख्मों को जन्म देती हैं ।
जो लोग गरीबी में जीते हैं उनके पास ना तो अच्छी शिक्षा होती हैं और ना ही अच्छा जीवनयापन का तरीका। गरीबी में लोगों को तरह तरह की समस्या होती हैं, जिस में उनको ना तो अच्छी शिक्षा मिलती हैं और ना ही स्वास्थ्य के अच्छे रास्ते मिलते हैं।
“गरीबी में आटा गिला” यह कहावत कही न कही सही भी हैं। इस कहानी को गरीबी में जोड़ना सही हैं। गरीब के पास मुख्य रूप से पैसो की कमी होती हैं और इसके साथ ही एक गरीब के जीवन जीने में भी कई तरह की परेशानी आती हैं जैसा रोजी रोटी और काम की कमी इतियादी।
गरीब परिवार का बच्चा और बच्ची अच्छी शिक्षा के लिए अच्छी स्कूल में भर्ती नही हो पाता। गरीबी में मुख्य रूप से अच्छे घर में अच्छे पालन पोषण की समस्या भी होती हैं। एक गरीब अपने जीवन को अच्छा बनाने के लिए कई सारे त्याग करता हैं।
राष्ट्रिय आय के गलत निर्धारण में गरीबी भी एक मुख्य कारण हैं। आय और पैसों की कमी के कारण गरीब व्यक्ति आसानी से चीजों को खरीद नही पाता हैं। जरुरी चीजों को खरीदने में कई गरीब लोग सक्षम नही होते हैं। गरीबी एक श्राप हैं।
गरीबी पर निबंध ( 800 शब्द )
प्रस्तावना
गरीबी एक ऐसी स्थिति हैं, जो मनुष्य को बेबस और लाचार कर देती हैं। गरीबी के कारण एक गरीब व्यक्ति जीवन की जरुरी तीन चीजों को पाने में असमर्थ होता हैं। इन तीन चीजों में रोटी, कपडा और मकान हैं। पुरे दिन कड़ी धुप में मजदूरी करने के बावजूद उन्हें केवल एक वक्त का खाना मिल पाता हैं।
तेज धुप और बारिश और आंधी से बचने के लिए उनके पास पक्की छत नही होती हैं। सर्दी में बदन ढकने के लिए उनके पास कपडे नही होते हैं। एक गरीब अपने परिवार को ना तो अच्छी शिक्षा दिला पाता है और ना ही अच्छी स्वास्थ्य सुविधा। उनके पास सोचने और समझने की शक्ति नही होती हैं और ना ही वे सही ढंग से कोई काम कर पाते हैं।
गरीबी का कारण
भारत में गरीबी जिस तरह से बढ़ रही हैं उसका एक ही प्रमुख कारण हैं वो हैं देश की बढती जनसँख्या और घटती सुविधाएँ। देश की बढती जनसँख्या के कारण देश में अच्छी शिक्षा और अच्छे स्वास्थ्य की कमी तो होती ही थी। अब इसके साथ ही देश में बढती जनसँख्या के कारण गरीबी भी बढ़ रही हैं।
देश में सरकार के पास इतनी योजनाएं भी नही की वे देश में सभी लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य और मकान दे सके। हालाँकि सरकार अपने स्तर पर कई प्रयास कर रही हैं, जिससे की वो देश के हर गरीब को जरुरी मदद दे सके।
गरीबी एक अभिशाप
भारत में गरीबी सबसे बड़ा अभिशाप हैं। यह देश की बड़ी समस्याओं में से एक हैं। देश में गरीबी प्रतिदिन बढती जा रही हैं। भारत एक कृषि प्रधान देश हैं। हम इस बात को इनकार नही करते हैं की देश में विज्ञान ने कृषि के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया हैं।
भारत जैसे कृषि प्रधान देश में लोग पारंपरिक कृषि से आगे नहीं बढ़ रहे हैं। कई बार देश में होने वाली प्राक्रतिक घटनाओं से इस देश के किसान खुद को और कृषि और फसलों बचा नही पाते हैं। देश की सरकार के लिए यह जरुरी हैं की वे देश में किसानो कोआर्थिक सुविधाएँ प्रदान करे।
गरीबी के प्रभाव
देश में बढती गरीबी के कुछ प्रभाव तो हुए हैं। इन प्रभावों की सूची में सबसे पहले हमे लोगों के मन में पाप करने की इच्छा और घृणा की भावना जगती हैं। लोगों के मन में चोरी करने की तमन्ना भी जाग उठती हैं।
गरीब लोग अपने बच्चों को एक अच्छा भविष्य देने के लिए उन्हें अच्छी शिक्षा नही दे सकते है। यह भी एक कारण हैं की देश में बेरोजगारी बढ़ रही हैं। गरीब व्यक्ति अपनी सामान्य जरूरतों को पूरा नही कर पाता हैं।
गरीबी पर नियंत्रण कैसे करे
किसी भी देश में अगर गरीबी की नियंत्रण करना हैं तो उसका सबसे बड़ा उपाय हैं देश की जनसँख्या पर नियंत्रण करना। जनसँख्या के अलावा देश में सही प्रबंधन नही हैं। लोग कम पढ़े लिखे हैं यही कारण हैं की वे समय के साथ खुद को नहीं बदल सकते हैं।
चीन देश को ही देख लीजिये, उस देश की जनसँख्या हमसे ज्यादा हैं बावजूद इसके वो सबसे आज आगे है। तकनीक के मामले और मेडिकल के मामले में सबसे आज आगे है।
देश के लोगों को अब आत्मनिर्भर बनने की जरूरत हैं। लोगों को अब पढाई के साथ व्यवसाय के क्षेत्र में खुद को आगे आना चाहिए।
गरीबी रेखा का मतलब
हम अक्सर इस बात को सुनते हैं हमारे देश में ज्यादातर लोग गरीबी रेखा के नीचे अपना जीवन यापन करते हैं। यह गरीबी रेखा क्या होती हैं। गरीबी रेखा या निर्धनता रेखा का मतलब होता हैं की कोई व्यक्ति अपनी न्यूनतम आय से कम में जीवन यापन करता हैं। वह गरीबी रेखा से नीचे की श्रेणी में आता हैं। किसी व्यक्ति की आय, राष्ट्रिय आय का 60 प्रतिशत से कम हो तो वो गरीबी रेखा की श्रेणी में आता हैं।
गरीबी एक श्राप हैं, जिससे आज हर कोई परेशान हैं। गरीबी भूखमरी और गलत कामों को बढ़ावा देती हैं।
निष्कर्ष
वर्तमान में गरीबी एक ऐसा अभिशाप बन चूका हैं, जिससे हर किसी के लिए बच पाना मुश्किल होता हैं। हमारे देश में भी गरीबी का दर बढ़ रहा हैं। गरीबी को मिटाने के लिए देश की सरकार तो अपने स्तर पर काम कर ही रही हैं। इसके साथ ही हमे भी इसके लिए काम करना चाहिए।
अंतिम शब्द
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