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अंगदान पर निबंध

Essay On Organ Donation In Hindi: आज के आर्टिकल में हम अंग दान पर निबंध के बारे में बात करने वाले है। लोग अपने जीवन में बहुत धार्मिक काम करते हैै, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक कार्य अंग दान है, क्योकि अंग दान करने से किस की जिंदगी बच जाती है। यह आर्टिकल जसमें हम Essay On Organ Donation In Hindi के बारे में जानकारी आप तक पहुंचाने वाले है।

Essay On Organ Donation In Hindi
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अंगदान पर निबंध | Essay On Organ Donation In Hindi

अंगदान पर निबंध (200 शब्द)

देश में अंगदान बहुत जरूरी है। अंगदान की वजह से कई लोगों की जिन्दगी बचती है। अंगदान को लेकर अभी देश के जनता जागरूक नहीं हुई है, लेकिन जनता को इसके बारे में जागरूक करना बहुत ही जरुरी है। देश में लोग अंगदान करने से डरते है। लोगों की यह भावना दूर करना बहुत जरुरी है।

लोग किसी की मत्यु होने के बाद भी अंगदान करने से कतराते है। लोगों के मन में एक डर है और कई लोग पुरानी धार्मिक बातों में फसे हुए है, जिसकी वजह से किसी की मत्यु होने के बाद लोग अंगदान की बजाय उसने शरीर को जलाना उचित समझते है, लेकिन लोगों की इस भावनाओ को बदलना जरुरी है, क्योंकि मरे हुए लोग भी कई लोगों की जिन्दगी बचा सकते है।

इसका सीधा सा मतलब यह है कि मरे हुए व्यक्ति के अंगदान से कई लोगों के लिए वे अंग एक प्रकार से नई जिन्दगी बनकर सामने आती है। लोगों को अपने शरीर के अंगदान के बारे में जीते जी ही फेसला ले लेना चाहिए। व्यक्ति आज के समय में जीवित होते हुए भी अपने अंगदान के लिए फॉर्म भर सकते है, ताकि उनके मरने के बाद जीवित अंगों को किसी दुसरे व्यक्ति के शरीर में स्थानातरित किया जा सकता है और लोगों की जान भी बचाई जा सकती है।

हालाँकि कई शिक्षित व्यक्ति जो अंगदान को लेकर लोगों को प्रेरित कर रहे है, लेकिन देश में लोगों की इस भावना को ख़तम करना काफी मुश्किल है। विदेशों में तो आज भी लोग अंगदान को लेकर बहुत जागरूक है, लेकिन भारत में ये जागरूकता लोगों तक पहुचाने की जरुरत है, इसके अलावा भारत देश में अंग तस्करी भी बढती जा रही है।

अंग दान को बढावा देने के साथ साथ अंग तस्करी को रोकना बहुत जरुरी है। देश में अंग दान की कमी की वजह से ही अंग तस्करी बढ़ रही है, क्योकि लोगों को अंग नहीं मिलते है, तो ऐसे में लोग तस्करों की सहायता लेते है। अंग तस्करी का बढ़ना पूरी तरह से अंग दान पर निर्भर है।

अंगदान पर निबंध (600 शब्द)

प्रस्तावना

दोस्तों आपने कई बार पेपर या सोशल मीडिया पर देखा होगा कि उस व्यक्ति ने अपना हृदय किडनी या अन्य चीज को दान किया है। इनके इस दान सही प्राप्तकर्ता को एक नया जीवन मिलता है। यह एक बहुत ही बड़ा महान कार्य है और अंगदान की प्रतिक्रिया को देशभर में बहुत ही सराह जाता है, जिससे लोग अधिक से अधिक अंग दान करें।

सभी देशों में अंगदान करने के लिए अलग-अलग प्रणालियों की स्थापना की है। हालांकि आपको बता दें कि उनकी आपूर्ति के संबंध में अभी मांग अभी भी काफी है। सभी देश की सरकारों को इस बढ़ती मांग को कम करने के लिए अधिक से अधिक प्रयास करने चाहिए।

अंगदान कब होता है?

अंगदान तब किया जाता है, जब व्यक्ति के शरीर से कोई अंकुश की सहमति से हटा दिया जाए तो उसे अंग दान कहा जाता है। जीवित अवस्था में उसकी सहमति से तथा मृत्यु हो जाने की अवस्था में उसके परिवार की सहमति का होना बहुत जरूरी होता है, इसके बिना उस व्यक्ति का आप किसी भी प्रकार का कोई भी अंग नहीं ले सकते हैं। अंगदान के माध्यम से  प्राप्तकर्ता को नया जीवन मिलता है।

अंगदान प्रक्रिया

अंगदान मुक्ता 2 अवस्थाओं में किया जाता है, पहला जीवित अवस्था तथा दूसरा मृत अवस्था तो बात करते हैं:

1.जीवित अवस्था

जो व्यक्ति जीवित रहते हुए अपने शरीर के अंग को दान करना चाहता है, उसके लिए सबसे पहले उसकी सारी जांच की जाती हैं, ताकि यह पता चल सके कि उसे किसी भी प्रकार की कोई भी बीमारी नहीं है, क्योंकि स्वस्थ होने पर ही वह शरीर के किसी भी अंग का दान कर सकता है। इसके लिए यह भी सुनिश्चित करना होगा कि दान दाता अंगदान के बारे में पूरी तरह सहमत है या नहीं।

2.मृत अवस्था में

मृत अवस्था में अंगदान करने के लिए सबसे पहले यह ज्ञात किया जाता है कि अंग दाता मर चुका है या नहीं। न्यूरोलॉजिस्ट द्वारा कई प्रकार की जांच करने के बाद यह साबित होता है कि उस मृत व्यक्ति के अंग को दान किया जा सकता है। दानदाता व्यक्ति की मौत हो जाने के बाद उसको बेटी लेटर पर रखा जाता है, जिससे उसके सारे अंग सुरक्षित रहें। क्योंकि मृत होने के बाद बॉडी खराब होना शुरू हो जाती है।

ऐसे में सारे अंग भी बेकार होने लगते हैं, ऐसे बहुत ही कम अंग होते हैं, जो मृत होने के बाद कार्य करते हैं, इसलिए सभी डॉक्टर बॉडी को वेटीलेटर पर रख देते हैं और डॉक्टरों को यह भी सुनिश्चित करना होता है कि दानदाता के शरीर से अंग निकालने के तुरंत बाद ही प्राप्त करता के पास हुए अंग पहुंच जाए।

आपूर्ति और मांग के बीच अंतर

वैसे तो सभी देशों की जनसंख्या लगभग बढ़ ही रही है, लेकिन अगर तुलना करें तो यहां पर शारीरिक अंगों की मांग बहुत ही ज्यादा है और आपूर्ति बहुत ही कम है। विश्व में ऐसे बहुत सारे मरीज होते हैं, जो दानदाताओं की आस में ही अपनी जान गवा देते हैं, लेकिन उन्हें कोई भी अंगदान करता नहीं मिलता है। एक आंकड़े के अनुसार भारत में लगभग दो लाख किडनी की मांग होती है।

लेकिन अगर आपूर्ति की बात करें तो लगभग 6000 किडनी ही आपूर्ति की जाती हैं। इसी तरह अगर दिल की औसत मांग की बात करें तो यहां पर वार्षिक 50000 है, लेकिन आपूर्ति सिर्फ 15 ही हो पाती है। अधिक से अधिक दानदाताओं को प्रेषित करने के लिए कई तरह की योजनाएं चलाई जाती है तथा इसका सोशल मीडिया पर और भी प्रचार प्रसार किया जाता है, जिससे अधिक से अधिक लोग अपने अंगों को दान कर के नए व्यक्ति का जीवन सुधार सकें।

निष्कर्ष

अंगदान दुनिया का सबसे महान कार्य है, क्योंकि आपके अंगदान से किसी एक व्यक्ति की जान बची है तो इससे अच्छा कोई कार्य नहीं हो सकता। लोगों के अंतर्गत अंग दान के सम्बंधित जागरूकता फेलाना बहुत जरुरी है। देश में वर्तमान में अंगदान की शख्त जरुरत भी है। रोजाना सैकड़ों लोगों की मत्यु शरीर के अंग ख़राब होने से हो रही है, क्योकि उनको समय रहते दुसरे अंग नही मिल पाते है।

अंतिम शब्द

आज के आर्टिकल में हमने अंगदान पर निबंध (Essay On Organ Donation In Hindi) के बारे में सम्पूर्ण जानकारी आप तक पहुचाई है। मुझे उम्मीद है कि मेरे द्वारा दी गयी जानकारी आपको अच्छी लगी होगी। यदि किसी व्यक्ति को हमारे द्वारा लिखे गये, इस आर्टिकल से सम्बंधित कोई सवाल है, तो वह हमें कमेंट के माध्यम से पूछ सकता है।

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Rahul Singh Tanwar
Rahul Singh Tanwar
राहुल सिंह तंवर पिछले 7 वर्ष से भी अधिक समय से कंटेंट राइटिंग कर रहे हैं। इनको SEO और ब्लॉगिंग का अच्छा अनुभव है। इन्होने एंटरटेनमेंट, जीवनी, शिक्षा, टुटोरिअल, टेक्नोलॉजी, ऑनलाइन अर्निंग, ट्रेवलिंग, निबंध, करेंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान जैसे विविध विषयों पर कई बेहतरीन लेख लिखे हैं। इनके लेख बेहतरीन गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं।

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