Essay on Election in Hindi : हमारा देश एक लोकतान्त्रिक देश हैं जहा जनता देश की सरकार का चुनाव करती हैं। हम यहां पर अलग-अलग शब्द सीमा में चुनाव पर निबंध (Essay on election in hindi) शेयर कर रहे हैं। यह निबन्ध सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए मददगार साबित होंगे।
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चुनाव पर निबंध | Essay on Election in Hindi
चुनाव पर निबंध ( 250 शब्द )
हमारे लोकतान्त्रिक देश में चुनाव एक मुख्य कड़ी हैं, जो हमे देश में एक लोकतान्त्रिक सरकार देने की छूट देता हैं। हमारा देश एक सर्वधर्म और सर्वमत को मानने वाला देश हैं। हमारे देश में एक वार्डपंच को चुनने से लेकर देश में एक संसद चुनने तक के लिए मतदान होते हैं।
देश में सत्ता का चुनाव हमारे देश की नागरिक करते हैं। वोट देने के लिए हम हमारे मत के अधिकार का उपयोग करते हैं और यह अधिकार हमे देश का संविधान देता हैं। वोट कराने के लिए देश में संस्थाए हैं जो देश में चुनाव करवाती हैं। देश में चुनाव करवाने वाली संसथान चुनाव आयोग हैं।
चुनाव आयोग जिसका मुख्यालय नई दिल्ली में हैं और इसके अलावा देश के सभी राज्यों में एक राज्य लोक सेवा भी हैं। यह संस्थान देश में शांतिपूर्ण चुनाव करवाने से लेकर देश में सत्ता बनने तक का कार्यक्रम सफ़र करती हैं।
हमारे देश में एक चुनाव आयोग होगा और वो देश में चुनाव करवाएगा। उसकी जानकारी भी हमे देश के संविधान में मिलती हैं। चुनाव शांतिपूर्ण करवाने का पूरा जिम्मा देश में बनी इस संस्था का होता हैं। चुनाव आयोग एक स्वतंत्र आयोग हैं जिस पर देश की सरकार का कोई दबाव नही रहता हैं। देश में हर 5 साल के बाद चुनाव होते हैं।देश नागरिक होने के नाते देश की इस संस्था का सम्मान करते हैं और उम्मीद करते हैं की यह हमेशा देश में शांतिपूर्ण चुनाव करवाती रहे।
चुनाव पर निबंध ( 800 शब्द )
प्रस्तावना
हमारा देश एक लोकतान्त्रिक देश हैं जहा पर कई संवेधानिक संस्थाए काम करती हैं। देश में निष्पक्ष रूप से काम करने वाली संस्थाओ में से कई संस्थाओ में से एक यह संस्था हैं, जिसे हम भारतीय चुनाव आयोग है।
देश में चुनाव करवाने वाली संस्थाओं में भारतीय चुनाव आयोग देश में चुनाव संपादन करवाने का काम करती हैं। देश में शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव करवाने का धेय्य ही चुनाव आयोग का मुख्य मोटो है।
देश में हर 5 साल में चुनाव होते हैं। चुनाव में देश का हर वो नागरिक अपनी दावेदारी पेश कर सकता हैं जो चुनाव आयोग की शर्तो को पूरा करता हो। भारत में चुनाव लड़ने के लिए चुनाव आयोग के नियमो को पूरा करना होता हैं।
चुनाव की सामान्य परिभाषा
देश में चुनाव एक निर्वाचन की प्रक्रिया हैं। निर्वाचन प्रक्रिया लोकतंत्र का एक अहम हिस्सा हैं। निर्वाचन के बिना लोकतंत्र की कल्पना करना भी मुश्किल हैं। चुनाव और मत का अधिकार देश की जनता का एक अहम अधिकार हैं जिसका उपयोग देश की जनता देश की सरकार चुनने के लिए करती हैं। देश में चुनाव एक निष्पक्ष निर्वाचन प्रक्रिया के अधीन आता हैं।
चुनाव और निर्वाचन देश के विकास के लिए अहम भूमिका निभाता हैं। हमारे देश में विकास की महती आवश्यकता हैं उसके लिए चुनाव भी एक अहम फेक्टर हैं। हमारे देश का संविधान, विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान हैं। यह कोई भाग और धाराओ में बंटा हुआ हैं।
चुनाव प्रक्रिया
देश में चुनाव की प्रक्रिया को समझने से पहले हमे कुह मुख्य बिन्दुओ को समझना जरुरी हैं। हमारे देश की निर्वाचन प्रक्रिया हर 5 साल में एक बार होती हैं, क्योंकि देश में आम चुनाव हर 5 साल में एक बार होते हैं। चुनाव चाहे वार्डपंच के हो या सांसद के उन सब के लिए क समान प्रक्रिया ही निर्धारित हैं।
- जो भी देश का नागरिक चुनाव में हिस्सा लेना चाहता हैं यानी जनप्रतिनिधि के तौर पर चुनाव लड़ना चाहता हैं वो देश के किसी भी हिस्से का नागरिक होना चाहिए।
- प्रतिनिधि की आयु कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए, इसके बाद चुनाव आयोग दुवारा जारी प्राप्त के अनुसार भी आयु का मिलान होना जरुरी होता हैं।
देश के किसी भी हिस्से में चुनाव हो, उसके लिए पहले यह जरुरी हैं वर्तमान में जिस के लिए चुनाव करवाने है उसके 5 साल पुरे हो चुके हो। चुनाव के लिए चुनाव आयोग जिसमे केंद्र चुनाव आयोग और राज्य चुनाव का अहम रोल होता हैं।
चुनाव करवाने वाली संस्था सबसे पहले चुनाव के सम्बन्ध में एक प्रपत्र जारी करती हैं, जिसमें चुनाव से सम्बंधित पूरी जानकारी होती हैं की चुनाव कब होगा, कहाँ – कहाँ होगा, कैसे होगा। इन सब की जानकारी सम्बंधित क्षेत्र को दी जाती हैं।
जिस भी क्षेत्र में चुनाव होते हैं उस क्षेत्र में पहले इस बात की जानकारी ली जाती हैं की क्या उस क्षेत्र के सभी व्यस्क लोगों का नाम मतदाता सूची में जुड़ चूका हैं ? अगर नही तो पहले चुनाव आयोग वहा के लोगों के नये नाम जोड़ने का काम करती हैं।
चुनाव प्रक्रिया के बारे में कुछ जरुरी जानकारी –
- चुनाव से पहले जो भी प्रार्थी होते हैं जो चुनाव लड़ना चाहते हैं, वे एक निस्चित समय में अपना आवेदन पत्र अपने स्थानीय चुनाव अधिकारी को प्रस्तुत करते हैं।
- उसके बाद एक निस्चित समय मे चुनाव की प्रक्रिया होती हैं जिसमे चुनाव के अधिकारी साला मोर्चा सँभालते हैं और देश की जनता मतदान करने में अपना अहम योगदान देती हैं।
- चुनाव प्रक्रिया पूरी होने से पहले जिस क्षेत्र में चुनाव होते हैं उस क्षेत्र के सभी मतदान केन्द्रों से चुनाव की पेटीया ली जाती हैं और एक निस्चित स्थान पर पहुचाई जाती हैं ताकि मतगणना की प्रक्रिया पूरी हो सके।
- इस पूरी प्रक्रिया के बाद देश में चुनाव की प्रक्रिया पूरी होती हैं और देश अपने क्षेत्र के जनप्रतिनिधि को चुनती हैं।
निष्कर्ष
हमारा देश एक लोकतान्त्रिक देश हैं और भारत में चुनाव एक निर्वाचन प्रक्रिया हैं। देश में चुनाव, चुनाव आयोग द्वारा करवाए जाते हैं। चुनाव प्रक्रिया एक आम प्रक्रिया हैं,जिसमें देश का हर नागरिक हिस्सा लेता हैं और यह उम्मीद करता हैं की उसके क्षेत्र के लिए एक सही, सच्चा और इमानदार नेता चुना जाए।
अंतिम शब्द
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