देसी घी का इस्तेमाल हमारे घर में सालों से होता है। हमारे घरों में कहा जाता है कि हमारे पूर्वज देसी घी सीधा पर खाते थे और बहुत ही मजबूत शरीर उनका होता था। आजकल हमारी मां रोटी में हमें घी लगाकर बचपन से देती आ रही है और देसी घी का स्वाद भी बहुत ही अच्छा होता है। देसी घी में बहुत सारे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते है।
ऐसा कहा जाता है कि जो देसी घी का सेवन करते हैं, उनको बहुत सारी बीमारियां छुट्टी मिली है। क्योंकि देसी घी में बहुत सारे विटामिंस और मिनरल्स पाए जाते हैं। जैसे कि ओमेगा 3, ओमेगा फैटी एसिड, विटामिन ए, विटामिन के जैसे पोषक तत्व पाएं जाते हैं। देसी घी में बहुत सारे फायदे फायदे होते हैं। आइए जानते हैं देसी घी के खाने से होने वाले फायदे और नुकसान और उनका उपयोग किस तरह करना चाहिए।
देशी घी के फायदे, उपयोग और नुकसान
देसी घी से होने वाले फायदे
अब तो पता ही होगा कि देसी घी बहुत ही फायदेमंद पोषक तत्व है। जो कि दूध से ही प्राप्त होता है, लेकिन दूध को सबसे पहले भी निकालने के लिए मक्खन या मलाई में परिवर्तित किया जाता है। उसके बाद उस मलाई को गर्म करने के बाद घी तैयार होता है। देसी घी का इस्तेमाल बहुत सारे औषधि गुणों और आयुर्वेदिक दवाओं को बनाने में भी किया जाता है। हालांकि इनके सेवन से आपको फायदा और नुकसान दोनों होता है। देसी घी के बारे में होने वाले फायदे के बारे में जानते हैं।
हृदय के लिए लाभदायक है
आपको तो पता ही होगा कि यदि ज्यादा कार्बोहाइड्रेट वाला भोजन करते हैं, तो उससे हमें हृदय से संबंधित बीमारी होने का खतरा रहता है। ऐसा माना जाता है कि घी खाने से मोटापा बढ़ जाता है और हमें हृदय रोग जैसी बीमारी हो सकती है। लेकिन रक्त में मौजूद हानिकारक कार्बोहाइड्रेट की अधिक मात्रा के कारण ही हृदय संबंधी समस्या होती है।
एक शोध के अनुसार एनसीबी यानी कि नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन की तरफ से की गई। एक रिसर्च के अनुसार घी में कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने की क्षमता होती है। विभिन्न प्रकार के आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों में भी को मिलाकर एंटीऑक्सीडेंट बनाया जाता है, जोकि हानिकारक कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है।
कैंसर के लिए भी फायदेमंद है
एक शोध के अनुसार कैंसर से बचने के लिए भी घी का सेवन करना बहुत ही आवश्यक है। एनसीवी यानी कि नेशनल सेंटर ऑफ बायो टेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन के अनुसार घी कैंसर के असर को कम करने वाले गुण विद्यमान होते हैं। इसके साथ ही में कैंसर को बढ़ाने वाले ट्यूमर को भी रोक देता है। इसके अलावा मिलने वाले लीनो एसिड कैंसर को समाप्त करने में भी मदद करता है।
घी से वजन कम करने में भी सहायता मिलती है
बहुत सारे लोगों के मन में यह बात आ गई होगी कि तो सिर्फ मोटापा बढ़ाता है। वजन कम करने का तो सवाल ही नहीं होता लेकिन घी के सेवन से मोटापे को नियंत्रित किया जा सकता है। एक रिसर्च के अनुसार ऑक्सिडाइज धीमी सिचुएटेड फैटी एसिड पाए जाते हैं, जो कि वजन घटाने में बहुत ही लाभदायक होते हैं और बढ़े हुए वजन को कम करने में भी बहुत ही सहायता प्रदान करते हैं।
सैचुरेटेड फैटी एसिड फैट बिल्डिंग में यह बहुत ही लाभदायक होता है। यह विशेष रूप से हमारे शरीर की सबसे ज्यादा फैट वाले हिस्से में जमा हुआ चर्बी को समाप्त करने में मदद करता है। इसके अलावा एक शोध में पाया गया है कि यह हमारे शरीर के पाचन क्रिया को भी सही रखने में मदद करता है। ऐसा माना जाता है कि यदि हमारा पाचन क्रिया सही होता है तो हमें मोटापा कम करने में फायदा होता है।
घी से पाचन संबंधी समस्या में मदद मिलती है
घी हमारे शरीर के पाचन शक्ति को ठीक करने में सहायता प्रदान करती है। हमारे शरीर में जल्दी और आसानी से पच जाता है। घी खाने से रिफाइंड तेल या अन्य तेल के मुकाबले की बहुत ज्यादा हल्का और जल्दी पचने में सहायक होता है। खासकर जब आप गाय का घी इस्तेमाल कर रहे हैं, तो यह आपके पाचन तंत्र को और
भी मजबूत कर देगा।
आपको पता ही होगा कि गर्भवती महिलाओं को शुरुआती दिनों में कब्ज कम करने के लिए और उल्टी की समस्या को कम करने के लिए, उनके भोजन में घी का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए घी फायदेमंद है
जैसा कि आप अब तक समझ ही गए होंगे, कि बहुत सारे रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर बनाने के गुण होते हैं। जिससे कि हमारे शरीर को रोगों से लड़ने में बहुत ही मदद मिलती है। साथ ही जो रोजाना घी का इस्तेमाल करते हैं। उन्हें किसी भी तरह की बीमारी से जल्दी ठीक होने में समय नहीं लगता है।
घी कमजोर हो रही रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी स्वस्थ करने में मदद करता है। घी में कंजगेटेड लिनोलेनिक एसिड पाया जाता है, जो एसिड रोग प्रतिरोधक क्षमता को ठीक करने के लिए और शारीरिक कमजोरी को दूर करने के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है।
घी हमारी हड्डियों को मजबूत करता है
आप लोगों ने अपने घर में सुना ही होगा कि हमारे बड़े बुजुर्ग हमेशा कहते हैं, जो हमेशा शुद्ध घी का इस्तेमाल करते हैं। उनकी हड्डियां बहुत ही मजबूत होती है और जल्दी टूटती भी नहीं क्योंकि विटामिन और मिनरल्स शुद्ध घी में इतना विद्यमान होता है कि यह हमारे हड्डियों को बहुत ही मजबूत कर देता है। यदि आप शुद्ध घी का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो उसमें विटामिन के की मात्रा बहुत अधिक होती है जो कि हमारी हड्डियों को मजबूती प्रदान करने में सहायता प्रदान करता है।
घी हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखता है
हमारे शरीर में रक्त में मौजूद कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने से हमें बहुत सारी समस्या, जैसे कि हृदय की समस्या रक्तचाप की समस्या और भी कई तरह की समस्या उत्पन्न होने लगती है। कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखने के लिए एक सीमित मात्रा में घी का सेवन करने से हमें बहुत ही फायदा मिलता है। घी के ज्यादा इस्तेमाल करने से हमें नुकसान ही नुकसान है।
इसलिए हमें एक सीमित मात्रा में ही घी का इस्तेमाल करना चाहिए। घी में कंजगेटेड लिनोलेनिक एसिड होता है जो कि एक एंटीऑक्सीडेंट्स होता है, जो कि 10 थी एथेरोजेनिक यानी की धमनियों में प्लांट को जमने से रोकने का मदद करता है। इसलिए जी रक्त में मौजूद हानिकारक कोलेस्ट्रॉल को कम करता है।
किसी भी प्रकार के एक गांव निशान सूजन को खत्म कर देता है
आपको तो पता ही होगा कि पहले जमाने में कभी भी कोई भी तरह का घाव या कट जाता था, तो उसमें शुद्ध घी को लगाने का काम किया जाता था क्योंकि शुद्ध घी में बैक्टीरिया से लड़ने की क्षमता होती है जो कि कोई भी तरह के घाव को जल्दी से जल्दी ही ठीक कर देते हैं।
घी के अंदर पाएं जाने वाले यह गुण तब और भी लाभकारी हो जाता है, जब आप घी को शहद के साथ मिलाकर लगाते हैं। घी और शहद का उपयोग घाव भरने या सूजन को कम करने और शरीर पर घाव और अन्य कारणों से बनने वाले निशान को भी दूर किया जा सकता है।
घी मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है
एक रिसर्च में पाया गया कि घी को मस्तिष्क शक्ति बढ़ाने में बहुत ही उपयोगी माना गया है। आप यदि याददाश्त या फिर किसी भी चीज को याद रखने में असमर्थ है, तो भी का इस्तेमाल करने से आपको मस्तिष्क स्वास्थ्य में सुधार मिलता है। हालांकि मस्तिक स्वास्थ्य में सुधार के लिए घी पर कई वैज्ञानिक शोध हो चुके हैं लेकिन उनमें यह नहीं पाया गया है कि पूर्णता मस्तिक स्वास्थ्य के लिए कारगर है या नहीं।
घी आंखों के लिए भी फायदेमंद होता है
आंखों की रोशनी के लिए सबसे जरूरी विटामिन ए होता है और शुद्ध घी में सबसे ज्यादा पोषक तत्व में माना जाए। तो विटामिन ई की मात्रा पाई जाती है, जो कि हमारी आंखों की रोशनी को बढ़ाने में मदद करती है। घी के सेवन से विटामिन ए की मात्रा हमारे शरीर को मिलती है। जो कि हमें आंखों की रोशनी को बढ़ाने में मदद करने में सहायक होता है।
शुद्ध घी में विटामिन पाया जाता है
अब तो पता ही है कि जिंदगी में विटामिन और बहुत सारे पोषक तत्व विद्यमान होते हैं। हमारे शरीर की बहुत सारे ऐसे तंत्रिका तंत्र और एमिटी सिस्टम है, जिससे मजबूत रखने के लिए बहुत सारे विटामिस की आवश्यकता होती है, जो कि शुद्ध घी के द्वारा हमारे शरीर को मिलता है।
इसके साथ ही विटामिन ए सबसे ज्यादा आंखों के लिए भी फायदेमंद होता है। अगर किसी की रोशनी कम होती है, तो उस की रोशनी बढ़ाने में भी शुद्ध घी फायदेमंद होता है। वही शुद्ध घी विटामिंस का एक अच्छा स्रोत भी माना जाता है। ऐसे में अच्छे स्वास्थ्य और विटामिंस के लिए, हमें शुद्ध घी का सेवन करना चाहिए।
शुद्ध घी से हमारी त्वचा की देखभाल में भी मदद मिलती है
यदि आप शुद्ध घी का इस्तेमाल अपने बाहरी त्वचा पर क्रीम के जगह शुद्ध घी को लगाते हैं, तो यह और भी फायदेमंद होता है। हमारे बहुत सारे ऐसे ही क्रीम बाजार में उपलब्ध है, जिसमें की तरह तरह की केमिकल पाए जाते हैं लेकिन अगर आप उसकी जगह शुद्ध घी का इस्तेमाल करते हैं। तो आपके चेहरे पर निखार वह भी प्राकृतिक तरीका सिखाता है।
अगर आप इसे अपने हाथों पर या चेहरे पर लगाते हैं तो, आपका चेहरा और हाथ दोनों मुलायम जाता है। अगर आप शुद्ध घी का इस्तेमाल किसी भी तरह के घाव को भरने में भी कर सकते हैं। शुद्ध घी का इस्तेमाल मददगार साबित होता है। घी में कई तरह के आयुर्वेदिक गुण पाए जाते हैं।
जोकि हमारी त्वचा पर होने वाले बीमारी, जैसे कि सूखा पानी दे, लालिमा संक्रमण त्वचा में, खुजली इत्यादि टाइप की त्वचा संबंधित बीमारी होने पर भी अगर आप शुद्ध घी का इस्तेमाल करते हैं, तो आपको बहुत राहत मिलती है और यह आपके त्वचा की हर तरह की बीमारी को भी पल भर में समाप्त कर देता है।
शुद्ध घी के इस्तेमाल से कब्ज की समस्या भी दूर होती है
यदि आपको पेट संबंधित कोई भी तरह की बीमारी है तो, आप शुद्ध घी का सेवन कर सकते हैं। शुद्ध घी आपके पेट के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है।
अगर आप एक चम्मच देसी घी रोजाना इस्तेमाल करते हैं तो इससे आपके पाचन तंत्र बहुत ही मजबूत हो जाते और के साथ-साथ कब्ज की समस्या दूर हो जाती है।
देसी घी के खाने से होने वाले नुकसान
दोस्तो आप लोगों को तो पता ही होगा हर चीज जितना अच्छा होता है उतना नुकसानदायक भी होता है। अगर आप देसी घी का एक सीमित मात्रा में इस्तेमाल करते हैं,
तो आपको इससे किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होने वाली। अभी आप इसके इस्तेमाल बहुत ज्यादा करने लगेंगे तो, आपको इसके नुकसान को भी होना पड़ेगा जानते हैं कि शुद्ध घी से होने वाले नुकसान क्या क्या है?
देसी घी से कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है
दोस्तों किसी भी तेल या देसी घी का ज्यादा इस्तेमाल करने से हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ता ही बढ़ता है। इसी प्रकार देसी घी का ज्यादा इस्तेमाल करने से हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ सकता है। जिसके कारण आपको हार्ट संबंधी किसी बीमारी का खतरा हो सकता है। इसीलिए आपको एक सीमित मात्रा में देसी घी का सेवन करना चाहिए। जिससे आपके शरीर में किसी भी प्रकार का कोलेस्ट्रॉल नहीं बड़े।
दस्त भी हो सकती है
यदि आप देसी घी का सबसे ज्यादा अधिक मात्रा में सेवन करने लगेंगे, तो आपको अपच और दस्त की शिकायत हो जाती है क्योंकि देसी घी में तासीर गर्म होता है, जिससे अधिक मात्रा में देसी घी का सेवन करने से आपको या दस्त का शिकायत हो सकता है। देसी घी का इस्तेमाल एक सीमित मात्रा में करें।
वजन बढ़ने का खतरा भी होता है
देसी घी का आप अगर रोजाना अत्यधिक इस्तेमाल कर रहे हैं। तो यह आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने के साथ-साथ वजन को भी बढ़ाने में कारगर होगा। इसलिए अगर आप वजन को कम करना चाहते हैं, तो उससे एक सीमित मात्रा में देसी घी का इस्तेमाल करें। अगर आप वजन को ज्यादा बढ़ाना चाहते हैं, तो आप अत्यधिक मात्रा में भी देसी घी को सेवन कर सकते हैं।
देसी घी का उपयोग आप किस किस तरह कर सकते हैं?
आप अपने रोजमर्रा की खाने पीने की चीजों में देसी घी का इस्तेमाल कई तरह से कर सकते हैं। लेकिन आपको यह ध्यान रखना है कि देसी घी का फायदा तभी मिलता है,
जब आप देसी घी को एक सीमित मात्रा में उपयोग करें। जानते हैं देसी घी का उपयोग किस किस तरह आप कर सकते हैं।
देसी घी को आप रोटी को स्वादिष्ट बनाने के लिए उसके ऊपर लगा सकते हैं। आपको पता होगा कि हमारे घर में पहले से ही रोटियों में देसी घी का इस्तेमाल किया जा रहा है। देसी घी का इस्तेमाल आप किसी भी रिफाइन अथवा सरसों तेल के स्थान पर भी कर सकते हैं। यानी कि आप अगर कोई पकवान बना रहे हैं, तो अगर आप शुद्ध घी का इस्तेमाल करेंगे तो यह और भी स्वादिष्ट बन जाता है।
देसी घी का इस्तेमाल आप दाल में तड़का अथवा तड़के वाली दाल बनाने में या किसी भी भोजन में तड़का लगाना हो, तो आप भी देसी घी से लगाए से आपको भोजन बहुत स्वादिष्ट बन जाता है।
बहुत बार ऐसी खांसी हो जाती है, जिसे आप कई तरह के इलाज कराने के बाद भी ठीक नहीं कर पाते। जिसके बाद आयुर्वेदिक सलाह के अनुसार काढ़ा पीने को बोला जाता है, जिसमें कि आप पानी काली मिर्च चीनी और अदरक से बनी काढ़ा को पी सकते हैं। इसके साथ ही आप इसमें देसी घी मिलाकर भी पी सकते जिससे कि आपके गले में फायदा पहुंचता है।
दक्षिण भारत में घी का उपयोग बहुत सारे पकवान जैसे कि डोसा इडली और उत्तपम जैसे भोजन को बनाने में किया जाता है। बहुत ज्यादा गर्मी बढ़ने से आप एक चम्मच घी में थोड़ी शक्कर मिलाकर सेवन करेंगे तो गर्मी का प्रभाव थोड़ा कम हो जाता है।
देसी घी का इस्तेमाल कई तरह के जड़ी बूटी के साथ मिलाकर भी किया जाता है। देसी घी का इस्तेमाल आप कई तरह के पकवान और कई तरह के मिष्ठान को भी बनाने में कर सकते जिससे कि आपके भोजन बहुत ही स्वादिष्ट हो जाता है।
ध्यान दें: यह जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य के लिए बताई गई है। इसमें बताई गई किसी भी सलाह को अपनाने या फिर उस पर अमल करने का निर्णय स्वयं का व्यक्तिगत निर्णय होगा। इसके निष्कर्ष तक पहुँचने से पहले एक बार विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।
निष्कर्ष
देसी घी का सेवन शरीर को स्वस्थ रखने का एक रामबाण इलाज है लेकिन इसका अधिक मात्रा में उपयोग हमारे शरीर को नुक्सान भी पंहुचा सकता है। आज इस आर्टिकल में हमने आपको घी के फायदे, घी से होनेवाले नुकसान और घी का उपयोग कैसे करें के बारे में विस्तारपूर्वक बताया है। आर्टिकल पसंद आये तो उसे लाइक और शेयर जरुर करें और आर्टिकल के सम्बंधित कोई भी प्रश्न हो तो हमें नीचे कमेंट करके जरुर बताएं।
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