दरियाबार की शहजादी की कहानी (अलिफ लैला की कहानी)
एक बार एक दरियाबार नामक शहर में बहुत बड़ा राजा रहा करता था, जो अधिक बलशाली था और अपनी प्रजा का अच्छे से ध्यान रखता था। जिसके कारण प्रजा अपने राजा से बहुत खुश थी और सभी खुशी-खुशी एक दूसरे
एक बार एक दरियाबार नामक शहर में बहुत बड़ा राजा रहा करता था, जो अधिक बलशाली था और अपनी प्रजा का अच्छे से ध्यान रखता था। जिसके कारण प्रजा अपने राजा से बहुत खुश थी और सभी खुशी-खुशी एक दूसरे
जब खलीफा हारू राशीद अपने राज्य में भेष बदल कर गया था तब उसने वहां पर देखा था कि एक व्यक्ति अपनी घोड़ी को बहुत मार रहा है और उस पर सवारी करके उसको खूब दौड़ा रहा है, जिसके बाद
प्राचीन समय में एक शहर में दो भाई रहते थे, जो आपस में एक दूसरे से बहुत प्रेम किया करते थे। दोनों भाइयों में बड़े भाई का नाम अलीबाबा और छोटे भाई का नाम कासिम था। अलीबाबा और कासिम के
बहुत समय पहले एक शहर में एक बहुत बड़ा व्यापारी रहा करता था, जो आए दिन व्यापार के चक्कर में बड़े-बड़े देशों की यात्रा किया करता था। उस व्यापारी के दो बच्चे थे एक लड़का था और एक लड़की। लड़के
हर बार की तरह इस बार भी सिंदबाद जहाजी ने अपनी तीसरी यात्रा को सुनाने के लिए दरबार में सभी को बुला लिया और अपनी तीसरी जहाजी यात्रा के बारे में बताने लगा। सिंदबाद ने बताया कि अपनी दूसरी यात्रा
प्राचीन समय में एक बहुत ही शक्तिशाली और बहुत ही बुद्धिमान राजा एक शहर में राज करता था, उस शहर का नाम हैरन था। वह राजा बहुत ही नेक दिल इंसान था। प्रजा उससे बहुत खुश रहा करती थी। लेकिन
प्राचीन समय में एक बहुत ही पुराना गांव हुआ करता था, जिसमें एक बहुत ही अमीर व्यक्ति रहता था। उस व्यक्ति के गांव के अंदर बहुत सारे घर और कारखाने थे। इन सब चीजों के अलावा उस आदमी को जानवरों
पहले के समय में एक बहुत अमीर व्यापारी अनेकों कारोबार किया करता था। वो पैसों से मजबूत था, उसकी बहुत सी कोठियां, नौकर चाकर आदि थे। बहुत बड़ा व्यापार होने के कारण उसे देश विदेश की यात्रा करनी पड़ती थी।
प्राचीन समय में एक बहुत बड़ा शहर था, जिसका नाम बसरा था। उस शहर में एक बहुत ही शक्तिशाली और बलवान राजा रहा करता था, जो हर कला में निपुण था। कोई भी दूसरे देश का राजा उसके देश पर
हर बार की तरह इस बार भी सिंदबाद ने अपने दरबार में हिंदबाद और अपने मंत्रियों को बुलाकर अपनी चौथी जहाजी यात्रा सुनाना प्रारंभ किया। हर बार की तरह इस बार भी मैंने कुछ दिन आराम करके विदेश जाने का