मृत स्त्री और जवान हत्यारे की कहानी (अलिफ लैला की कहानी)
एक समय की बात है। बगदाद के खलीफा हारू हमेशा की तरह रात को वेश बदल कर प्रजा के हालचाल जानने हेतु निकल पड़े लेकिन उस दिन उसके साथ मंत्री जाफर भी थे। घूमते हुए वे नदी के किनारे पहुंचे,
एक समय की बात है। बगदाद के खलीफा हारू हमेशा की तरह रात को वेश बदल कर प्रजा के हालचाल जानने हेतु निकल पड़े लेकिन उस दिन उसके साथ मंत्री जाफर भी थे। घूमते हुए वे नदी के किनारे पहुंचे,
नमस्कार दोस्तों आज हम आपके बीच राम लक्ष्मण की कहानी साझा करने जा रहे हैं। इस कहानी में आपको रामायण के दो पात्र रामजी व लक्ष्मणजी के विषय में विस्तार से बताया जाएगा। आप इस कहानी को अंत तक पढ़िएगा।
हेलो दोस्तों नमस्कार कहानी के बढ़ते क्रम में आज हम आपके बीच प्रस्तुत कर रहे है लक्ष्मी माता की कहानी। यह कहानी एक ईमानदार व्यक्ति की है और एक सच्ची भक्ति की। यह कहानी बहुचर्चित कहानियों में से एक है।
नमस्कार दोस्तों कहानी की इस श्रृंखला में हम आपको तुलसी माता की कहानी से अवगत कराने जा रहे हैं। आपको इस कहानी में बुजुर्ग महिला और तुलसी माता जी के विषय में विस्तार से पता चलेगा। कृपया आप इस कहानी
नमस्कार दोस्तों कहानी के बढ़ते क्रम में आपको आज गणेश जी की खीर वाली कहानी से रूबरू कराने जा रहे हैं कि कैसे गणेश जी के लिए एक दुखियारी महिला खीर बनाती है। यह कहानी सुनकर आप जरूर भावुक हो
एक बार की बात है। जब जुबैदा एक राजा से मिली जिसका नाम खलीफा हारून रशीद था। उस राजा ने उससे पूछा कि जुबैदा, तुम्हारे साथ ये दो कुतिया कौन हैं? और यह महिला कौन है? , इसके शरीर पर
जब राजा खलीफा हारून राशिद अमीना नाम की एक युवती के संपर्क में आए, तो राजा ने उनसे पूछा कि ये काले धब्बे आपके शरीर पर कैसे और किस कारण से दिखाई दिए? जिस लड़की का नाम अमीना था, वह
शहजाद नाम का एक युवक था। अपनी यात्रा के दौरान वह सिंदबाद नाम के एक दोस्त को कहानी सुना रहा था। सिंदबाद को शहजाद की कहानी सुनना अच्छा लगता है, दिलचस्प लगता है। फिर सिंदबाद शहजाद से एक और कहानी
एक दिन जब वह अपनी वस्तुओं को बेचने के लिए दुकान के सामने बैठा था। तभी उसने दुकान वाले से कहा कि तुम देखना एक दिन मैं बहुत बड़ा आदमी बनूंगा। जिसको सुनकर वो दुकान वाला जोर-जोर से हंसने लगा
प्राचीन समय में एक बगदाद नामक शहर हुआ करता था। उस शहर में एक राजा का राज चलता था, जिसका नाम था हारू राशिद। राजा हर मामले में निपुण था, जिसकी वजह से प्रजा भी उसका साथ दिया करती थी