शहजादा जैनुस्सनम और जिन्नों के बादशाह की कहानी (अलिफ लैला की कहानी)
प्राचीन समय में एक बहुत बड़ा शहर था, जिसका नाम बसरा था। उस शहर में एक बहुत ही शक्तिशाली और बलवान राजा रहा करता था, जो हर कला में निपुण था। कोई भी दूसरे देश का राजा उसके देश पर
प्राचीन समय में एक बहुत बड़ा शहर था, जिसका नाम बसरा था। उस शहर में एक बहुत ही शक्तिशाली और बलवान राजा रहा करता था, जो हर कला में निपुण था। कोई भी दूसरे देश का राजा उसके देश पर
हर बार की तरह इस बार भी सिंदबाद ने अपने दरबार में हिंदबाद और अपने मंत्रियों को बुलाकर अपनी चौथी जहाजी यात्रा सुनाना प्रारंभ किया। हर बार की तरह इस बार भी मैंने कुछ दिन आराम करके विदेश जाने का
पांचवी जहाज यात्रा करने के दो-तीन साल बाद मैंने फिर से एक नई यात्रा करने का निर्णय लिया और बहुत से लोगों ने और मेरे परिवार वालों ने भी मुझे मेरी छठी जहाज यात्रा पर जाने के लिए मना किया।
सिंदबाद ने सभी को सभा में बुलाकर अपनी पांचवी जहाज यात्रा का वर्णन करना शुरू किया। कुछ दिन घर में आराम करने के बाद मैंने फिर से एक नई जगह जाने का निर्णय लिया और अपना सामान लेकर जहाज के
प्राचीन समय में एक हिंदबाद नामक गरीब व्यक्ति रहा करता था, जो बहुत ही मुश्किल से अपने घर का गुजारा करता था। हिंदबाद एक शहर से दूसरे शहर में समान को ले जाने का काम किया करता था। एक दिन
एक बुजुर्ग व्यक्ति अपनी दुख भरी दास्तां लेकर राक्षसों के दानव के पास गया और कहने लगा कि आप जिस हिरनी को देख रहे हैं, वह मेरी पहली पत्नी है। जो मुझसे बहुत अत्यधिक प्रेम करती थी और मेरी सारी
सिंदबाज ने राज्य में सभी को बुलाया, अपनी सातवीं जहाजी की यात्रा के बारे में बताना शुरू कर दिया। सिंदबाज ने कहा कि मैंने अपनी छठी जहाजी यात्रा करने के दौरान मैंने जो कुछ भी झेला है, उसके बाद मैंने
एक शहर में एक बहुत ही प्रसिद्ध और लोकप्रिय राजा रहा करता था, जिसका नाम हारू राशिद था। प्रजा में सभी लोग उसको बहुत पसंद करते थे और उसके राज्य काल में बहुत खुश थे। उसके राज्य में सभी बहुत
एक शहर में एक बहुत ही अमीर व्यक्ति रहा करता था, जो व्यापार करने के लिए बड़े-बड़े देश विदेशों में जाया करता था। उसका एक लड़का भी था, जिसका नाम उसने अब्दुल्ला रखा था। उस व्यापारी ने अपने लड़के के
एक बार एक शहर में एक बहुत ही अमीर व्यापारी रहता था, जो अनाज का कारोबार किया करता था। कारोबार करने के लिए वह हमेशा कई विदेशी यात्राओं पर जाया करता था। वहां पर अपने अनाज को बेचकर बहुत सारा