आकंठ शब्द में समास (Aakanth Mein Kaun sa Samas Hai)
आकंठ में प्रयुक्त समास का नाम क्या है?
आकंठ में अव्ययीभाव समास है।
Aakanth Mein Kaun sa Samas Hai?
Aakanth Shabd mein Avyayibhav Samas Hai.
आकंठ का समास विग्रह क्या है?
आकंठ का समास विग्रह कंठ तक है।
Aakanth ka Samas Vigrah kya hai?
kant tak
कंठ तक का समस्त पद है?
आकंठ
अव्ययीभाव समास की परिभाषा
इस समास में पहला या पूर्वपद अव्यय होता है और उसका अर्थ प्रधान होता है। अव्यय के संयोग से समस्तपद भी अव्यय बन जाता है। इसमें पूर्वपद प्रधान होता है।
अव्यय क्या होते है?
जिन शब्दों पर लिंग, कारक, काल आदि से भी कोई प्रभाव न पड़े अर्थात जो अपरिवर्तित रहें, वे शब्द अव्यय कहलाते हैं। अव्ययीभाव समास के पहले पद में अनु, आ, प्रति, यथा, भर, हर आदि आते है।
अव्ययीभाव समास के अन्य उदाहरण
- यथाशक्ति: शक्ति के अनुसार
- अनजाने: बिना जाने
- रातोंरात: रात ही रात में
- हाथोंहाथ: एक हाथ से दुसरे हाथ में
- घडी-घडी: हर घडी
- साफ़-साफ़: बिलकुल स्पष्ट
- यथासमय: समय के अनुसार
- यथारुचि: रूचि के अनुसार
- प्रतिवर्ष: प्रत्येक वर्ष
- प्रतिसप्ताह: प्रत्येक सप्ताह
अव्ययीभाव समास के बारे में विस्तार पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें अव्ययीभाव समास (परिभाषा और उदाहरण)
महत्वपूर्ण शब्दों में समास और समास विग्रह