Ram Slokas in Sanskrit: हिन्दू धर्म में राम नाम की महिमा अपरंपार है। कहा जाता है राम से बड़ा और कोई नाम नहीं होता है और राम नाम को तो खुद ‘भगवान शिव’ भी मान चुके है।
हम इस आर्टिकल में आपको श्री राम श्लोक इन संस्कृत (ram slokas in hindi) और श्री राम वंदना श्लोक (Shri Ram Vandana shlok) के बारे में बताने जा रहे है।
हमें आशा है कि इस राम श्लोक (ram shlok) के पढ़ने से आपकी जिंदगी में सौभाग्य और सुख की प्राप्ति जरूर होगी।
एक श्लोकी रामायण – Ek Shloki Ramayan
रामायण का पाठ अत्यधिक बड़ा होने के कारण एक दिन में पूरा कर पाना संभव नहीं है। इसलिए एक श्लोकी रामायण श्लोक का पाठ करके सम्पूर्ण रामायण का लाभ लिया जा सकता है।
एक श्लोकी रामायण का पाठ करने के लिए प्रातः काल में जल्दी स्नान करके घर के मंदिर में दीपक जलाकर पाठ करें। एक श्लोकी रामायण का पाठ 108 बार करना चाहिए। लेकिन इतना संभव नहीं हो पाए तो इसका पाठ 7, 14 और 21 बार भी किया जा सकता है।
आदौ राम तपोवनादि गमनं, हत्वा मृगं कांचनम्।
वैदीहीहरणं जटायुमरणं, सुग्रीवसंभाषणम्।।
बालीनिर्दलनं समुद्रतरणं, लंकापुरीदाहनम्।
पश्चाद् रावण कुम्भकर्ण हननम्, एतद्धि रामायणम्।।
भावार्थ
श्रीराम वनवास गए, वहां उन्होने स्वर्ण मृग का वध किया। रावण ने सीताजी का हरण कर लिया, जटायु रावण के हाथों मारा गया। श्रीराम और सुग्रीव की मित्रता हुई। श्रीराम ने बालि का वध किया। समुद्र पार किया। लंका का दहन किया। इसके बाद रावण और कुंभकर्ण का वध किया।
श्री राम वंदना श्लोक (Shri Ram Vandana shlok)
ॐ आपदामप हर्तारम दातारं सर्व सम्पदाम।
लोकाभिरामं श्री रामं भूयो भूयो नामाम्यहम।।
श्री रामाय रामभद्राय रामचन्द्राय वेधसे।
रघुनाथाय नाथाय सीताया पतये नमः।।
लोकाभिरामं रणरंगधीरं राजीवनेत्रं रघुवंशनाथम्।
कारुण्यरूपं करुणाकरं तं श्रीरामचन्द्रं शरणं प्रपद्ये।।
नीलांबुजश्यामलकोमलांगं सीतासमारोपितवामभागम्।
पाणौ महासायकचारुचापं नमामि रामं रघुवंशनाथम्।।
श्री राम गायत्री मंत्र
ॐ दाशरथये विद्महे जानकी वल्लभाय धी महि।।
तन्नो रामः प्रचोदयात्।।
भावार्थ
ॐ, दशरथ के पुत्र का ध्यान करें, माता सीता की सहमति, आज्ञा से मुझे उच्च बुद्धि और शक्ति दें, भगवान् श्री राम मेरे मस्तिस्क को बुद्धि और तेज़ से प्रकाशित करें, बुद्धि और तेज प्रदान करें।
श्री रामाष्टक
हे रामा पुरुषोत्तमा नरहरे नारायणा केशवा।
गोविन्दा गरुड़ध्वजा गुणनिधे दामोदरा माधवा।।
हे कृष्ण कमलापते यदुपते सीतापते श्रीपते।
बैकुण्ठाधिपते चराचरपते लक्ष्मीपते पाहिमाम्।।
राम स्तुति श्लोक संस्कृत
दोहा
श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन
हरण भवभय दारुणं।
नव कंज लोचन कंज मुख
कर कंज पद कंजारुणं।।
कन्दर्प अगणित अमित छवि
नव नील नीरद सुन्दरं।
पटपीत मानहुँ तडित रुचि शुचि
नोमि जनक सुतावरं।।
भजु दीनबन्धु दिनेश दानव
दैत्य वंश निकन्दनं।
रघुनन्द आनन्द कन्द कोशल
चन्द दशरथ नन्दनं।।
शिर मुकुट कुंडल तिलक
चारु उदारु अङ्ग विभूषणं।
आजानु भुज शर चाप धर
संग्राम जित खरदूषणं।।
इति वदति तुलसीदास शंकर
शेष मुनि मन रंजनं।
मम् हृदय कंज निवास कुरु
कामादि खलदल गंजनं।।
मन जाहि राच्यो मिलहि सो
वर सहज सुन्दर सांवरो।
करुणा निधान सुजान शील
स्नेह जानत रावरो।।
एहि भांति गौरी असीस सुन सिय
सहित हिय हरषित अली।
तुलसी भवानिहि पूजी पुनि-पुनि
मुदित मन मन्दिर चली।।
सोरठा
जानी गौरी अनुकूल सिय
हिय हरषु न जाइ कहि।
मंजुल मंगल मूल वाम
अङ्ग फरकन लगे।।
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राम पर श्लोक
श्री राम का पाठ करने वाले हर साधक को जीवन में आने वाले कष्टों से राहत मिलती है। भगवान राम के आशीर्वाद साथ साथ हनुमान जी की भी कृपा बनी रहती है।
हमने यहाँ पर हर परिस्थितियों के लिए राम पर श्लोक (ram slokas in sanskrit) दिए है, जिसके रोजाना पढ़ने से आपके जीवन के सारे कष्ट दूर होंगे।
सौभाग्य और सुख प्राप्ति मंत्र:
श्री राम जय राम जय जय राम।
श्री रामचन्द्राय नमः।
राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे।
सहस्त्र नाम तत्तुन्यं राम नाम वरानने।।
गरीबी/दरिद्रता निवारण मंत्र:
अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के।
कामद धन दारिद दवारि के।।
सफलता के लिए मंत्र:
ॐ राम ॐ राम ॐ राम ह्रीं राम ह्रीं राम श्रीं राम श्रीं राम – क्लीं राम क्लीं राम।
फ़ट् राम फ़ट् रामाय नमः।
धन-प्राप्ति मंत्र:
जिमि सरिता सागर महुँ जाही। जद्यपि ताहि कामना नाहीं।।
तिमि सुख संपति बिनहिं बोलाएँ। धरमसील पहिं जाहिं सुभाएँ।।
प्राणों की रक्षा हेतु मंत्र
नाम पाहरू दिवस निसि ध्यान तुम्हार कपाट।
लोचन निज पद जंत्रित जाहिं प्रान केहिं बाट।।
संतान प्राप्ति मंत्र:
प्रेम मगन कौसल्या निसिदिन जात न जान।
सुत सनेह बस माता बालचरित कर गान।।
लोचन निज पद जंत्रित जाहिं प्रान केहि बाट।।
श्री राम तारक मंत्र:
श्री राम, जय राम, जय जय राम।
श्री राम संस्कृत श्लोक
जे सकाम नर सुनहि जे गावहीं।
सुख सम्पति नाना बिधि पावहिं।।
कवन सो काज कठिन जग माहीं। जो नहिं होइ तात तुम्ह पाहीं।।
राम काज लगि तव अवतारा। सुनतहिं भयउ पर्बताकारा।।
हनूमान तेहि परसा कर पुनि कीन्ह प्रनाम।
राम काजु कीन्हें बिनु मोहि कहाँ बिश्राम।।
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श्री राम सरल श्लोक (Shri Ram Slokas in Sanskrit)
श्री राम शरणं मम्।
श्रीं राम श्रीं राम।
ॐ राम ॐ राम ॐ राम।
क्लीं राम क्लीं राम।
रामाय नमः।
ॐ रामाय हुँ फ़ट् स्वाहा।
ॐ श्री रामचन्द्राय नमः।
ह्रीं राम ह्रीं राम।
श्री राम जय राम जय जय राम।
श्री रामचन्द्राय नमः।
राम राम राम राम रामाय राम।
निष्कर्ष
भगवान राम का नाम स्वयं में एक महामंत्र है। हम उम्मीद करते हैं आपको यह श्री राम के संस्कृत श्लोक (ram slokas in sanskrit) पसंद आये होंगे। इन्हें अपने दोस्तों, परिवार और सोशल मीडिया पर शेयर जरूर करें।
दुनिया बस एक ही नाम।
जय श्री राम जय श्री राम।
Jai siri ram jai Hanuman ???
जय श्री राम