इस लेख के माध्यम से महिलाओं के लिए बिज़नेस लोन का विकल्प क्या है?, महिलाएं बिजनेस लोन कैसे ले सकती हैं और बिजनेस लोन योजना आदि के बारे में विस्तार से जानेंगे।
आज के समय में महिलाओं ने साबित कर दिया है कि वह किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कम नहीं हैं। आज की महिलाएं हर क्षेत्र में पुरुषों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही हैं।
पिछले कुछ सालों में बिजनेस के क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी काफी बढ़ी है। कुछ साल पहले आई एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में महिलाएं 20% व्यवसाय की मालिक रही है।
एक व्यवसाय को शुरू करने में सबसे बड़ी समस्या पूंजी की आती है। ऐसे में सरकार का यही उद्देश्य है कि किस तरीके से महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए ताकि वे भी देश की अर्थव्यवस्था में पुरुषों के समान ही भागीदारी दे सके।
इसीलिए निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों सहित कई वित्तीय संस्थान महिला उद्यमियों के लिए कम ब्याज दर पर बिजनेस लोन मुहैया कराती हैं। इसके जरिए वे महिलाएं जो अपने बिजनेस के सपने को पूंजी की कमी के कारण पूरा नहीं कर पाती, उनके लिए बहुत ही अच्छा अवसर साबित होता है।
महिलाओं के लिए बिज़नेस लोन का विकल्प
मुद्रा लोन
मुद्दा लोन योजना प्रधानमंत्री के द्वारा साल 2015 में शुरू की गई लोकप्रिय योजनाओं में से एक है। इस योजना के तहत ना केवल महिला बल्कि स्टार्टअप, बिजनेस और एमएसएमई क्षेत्र को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से हर किसी के लिए यह योजना लागू की गई है।
इस योजना के अंतर्गत शिशु, किशोर और तरुण तीन कैटेगरी है और तीनों कैटेगरी के अनुसार अलग-अलग लोन की राशि मुहैया कराई जाती है।
शिशु योजना के तहत व्यवसाय शुरू करने के लिए ₹50000 तक का लोन इस योजना के अंतर्गत दिया जाता है। वहीं किशोर योजना के अंतर्गत 5 लाख और तरूण योजना के अंतर्गत 10 लाख का लोन प्राप्त कर सकते हैं।
इस योजना के अंतर्गत बहुत कम ब्याज दर पर लोन दिया जाता है, जिसकी भुगतान अवधि 5 वर्षों तक रहती है। इसके साथ ही इस योजना के अंतर्गत लोन प्राप्त करने के लिए किसी भी तरह की सिक्योरिटी को जमा नहीं करना पड़ता।
सेंट कल्याणी योजना
ग्रामीण और कुटीर उद्योगों, एमएसएमई और खेती और सरकार समर्थित फर्मों में काम करने वाली कोई भी महिला जो अपने बिजनेस के सपने को पूरा करना चाहती है, उनके लिए सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की तरफ से सेंट कल्याणी योजना लागू की गई है।
जिसके जरिए महिलाओं को 7.70% से 7.95% प्रतिवर्ष ब्याज दर पर 1 करोड़ रुपए तक का लोन मुहैया कराया जाता है। इस योजना के तहत लोन की प्रोसेसिंग फीस एक भी रुपए नहीं लगती है।
इसके साथ ही उन्हें सिक्योरिटी या थर्ड पार्टी गारंटी की भी जरूरत नहीं पड़ती। ओवरड्राफ्ट, टर्म लोन, वर्किंग कैपिटल फैसिलिटी और लेटर ऑफ क्रेडिट आदि प्रकार के लोन इस योजना के अंतर्गत मिलते हैं।
शक्ति योजना
शिक्षा, रिटेल व्यापार, डायरेक्ट इनडायरेक्ट फाइनेंस, मैन्युफैक्चरिंग, खेती या उससे संबंधित गतिविधियां, माइक्रो क्रेडिट और सर्विस सेक्टर सहित विभिन्न क्षेत्रों में जुड़े महिला उद्यमियों को अपने बिजनेस को ग्रो करने के लिए उनकी पूंजी की आवश्यकता को खत्म करने के लिए देना बैंक की तरफ से शक्ति योजना के अंतर्गत बहुत कम ब्याज दर पर उनके लिए लोन मुहैया कराया जाता है।
इस योजना के अंतर्गत अलग-अलग सेक्टर के अनुसार अलग-अलग ब्याज दर पर महिलाओं को लोन प्रदान किया जाता है। यदि इस योजना के तहत महिलाएं 5 लाख तक का लोन लेती हैं तो उन्हें 0.5% तक का ब्याज दर भी मिलता है। लोन लेने की प्रोसेसिंग फीस नहीं लगती।
20+ महिलाओं के लिए घर बैठे जॉब (30 हजार से भी अधिक की कमाई) के बारे में जानने के लिए यहां क्लिक करें।
भारतीय महिला बैंक से श्रृंगार और अन्नपूर्णा लोन
एसबीआई में विलय हुई भारतीय महिला बैंक भारत महिला उद्यमियों को अपना खुद का स्टार्टअप शुरू करने या अपने मौजूदा स्टार्टअप को आगे बढ़ाने में मदद करने के उद्देश्य से कई प्रकार के लोन देती है।
कोई भी भारतीय उद्यमी महिला श्रृंगार और अन्नपूर्ण योजना के अंतर्गत लोन प्राप्त कर सकती हैं। इसमें जो महिलाएं फूड केटेगरी से संबंधित बिजनेस खोलना चाहती हैं, उन्हें अन्नपूर्णा लोन योजना के अंतर्गत लोन दिया जाता है।
वहीं जो महिलाएं ब्यूटी पार्लर, सलून या स्पा खोलना चाहती हैं या कॉस्मेटिक चीजों से जुड़ा हुआ कोई बिजनेस करना चाहती हैं तो उन्हें श्रृंगार लोन की योजना के अंतर्गत लोन दिया जाता है।
इस तरह न्यूनतम 20 वर्ष और अधिकतम 60 वर्ष की कोई भी महिला इस लोन के लिए आवेदन कर सकती हैं। बहुत कम ब्याज दर पर उन्हें इस योजना के अंतर्गत लोन मिल जाता है, जिसकी भुगतान अवधि अधिकतम 7 वर्ष निर्धारित है।
सिंड महिला शक्ति
कोई भारतीय उद्यमी महिला जो खुदका नया स्टार्टअप शुरू करना चाहती है या अपने मौजूदा व्यवसाय में बढ़ोतरी करना चाहती है तो वह केनरा बैंक से सेंड महिला शक्ति योजना के अंतर्गत बहुत कम ब्याज दर पर लोन प्राप्त कर सकती हैं।
इस योजना के अंतर्गत नई या फिर मौजूदा बिजनेस इकाइयों की वर्किंग कैपिटल संबंधित जरूरतों को पूरा करने के लिए महिलाओं को 10 साल की टर्म लोन या फिर केश क्रेडिट के रूप में लोन उपलब्ध कराया जाता है।
इस योजना के अंतर्गत पुरुष उद्दमी भी लोन प्राप्त कर सकते हैं। लेकिन उनके व्यवसाय में एक या एक से अधिक महिलाओं का 50% का कम से कम हिस्सेदारी होना जरूरी है।
महिलाओं के लिए बिज़नेस लोन लेने के लिए आवश्यक दस्तावेज
किसी भी तरह के सेक्टर में महिलाएं खुद का व्यवसाय शुरू करने या मौजूदा व्यवसाय को ग्रो करने के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों के साथ आवेदन कर सकते हैं।
- पासपोर्ट साइज का फोटो
- मोबाइल नंबर
- पहचान पत्र
- मतदाता पहचान पत्र (ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, आधार कार्ड, पासपोर्ट में से कोई भी एक)
- आय प्रमाण पत्र (6 महीने की सैलरी स्लिप, बैंक स्टेटमेंट)
- पता प्रमाण पत्र (आधार कार्ड, बिजली बिल में से कोई भी एक)
- बिजनेस इनकॉरपोरेशन सर्टिफिकेट
FAQ
कोई भी महिला उद्यमी जो खुद के बिजनेस को शुरू करने के लिए बिजनेस लोन लेना चाहती हैं, वे संबंधित बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट या बैंक शाखा में विजिट करके लोन के लिए आवेदन कर सकती हैं।
ज्यादातर बैंकों में महिलाओं के लिए बिजनेस लोन की उम्र सीमा न्यूनतम 18 साल और अधिकतम 65 वर्ष निर्धारित की गई है।
महिलाओं के लिए उपरोक्त लेख में बिजनेस लोन के लिए जितनी भी योजनाएं बताई गई हैं, ज्यादातर योजना के अंतर्गत लोन की भुगतान अवधि के लिए अधिकतम 5 साल दिए जाते हैं।
निष्कर्ष
इस तरह उपरोक्त लेख में आपने महिला उद्यमियों के लिए अपना छोटा बिजनेस शुरू करने, महिलाओं के लिए बिज़नेस लोन का विकल्प, अपने बिजनेस को ग्रो करने के लिए सरकारी और गैर सरकारी संस्थान के द्वारा बिजनेस लोन के लिए शुरू की गई विभिन्न योजनाओं के बारे में जाना।
जो भी महिला उद्यमी खुद का स्टार्टअप शुरू करने की इच्छुक है, वे उपरोक्त में से किसी भी योजना के अंतर्गत बिजनेस लोन के लिए आवेदन कर सकती हैं। हमें उम्मीद है कि यह लेख आपको पसंद आया होगा, इसे आगे शेयर जरुर करें।
यह भी पढ़े
घर बैठे सिलाई का काम कैसे शुरू करें?
घर बैठे महिलाएं पैकिंग का काम कैसे करें?
पर्सनल लोन कैसे मिलेगा? (दस्तावेज, पात्रता, ब्याज दर, प्रक्रिया)
₹50000 का लोन कैसे मिलता है? (दस्तावेज, प्रक्रिया, ब्याज दर, प्रोसेसिंग चार्ज)