धर्मांध शब्द में समास (Dharmaandh Mein Kaun sa Samas Hai)
धर्मांध में प्रयुक्त समास का नाम क्या है?
धर्मांध में तत्पुरुष समास है।
Dharmaandh Mein Kaun sa Samas Hai?
Dharmaandh Shabd mein Tatpurush Samas Hai.
धर्मांध का समास विग्रह क्या है?
धर्मांध का समास विग्रह धर्म से अंधा है।
Dharmaandh ka Samas Vigrah kya hai?
Dharma se Andha
धर्म से अंधा का समस्त पद है?
धर्मांध
धर्मांध शब्द तत्पुरुष समास होगा क्योंकि यहां दिए गए शब्द में उत्तरपद प्रधान है एवम पूर्वपद गौण है। जब इनका समास किया जाता है तब इनके बीच में “से” योजक चिन्ह का लोप हो जाता है। अतः शब्द धर्मांध तत्पुरुष समास के अंतर्गत आएंगे।
तत्पुरुष समास की परिभाषा
तत्पुरुष समास वह होता है, जिसमें उत्तरपद प्रधान होता है, अर्थात प्रथम पद गौण होता है एवं उत्तर पद की प्रधानता होती है व समास करते वक़्त बीच की विभक्ति का लोप हो जाता है।
इस समास में आने वाले कारक चिन्हों को, से, के लिए, से, का/के/की, में, पर आदि का लोप होता है।
तत्पुरुष समास के उदाहरण
- अकालपीड़ित: अकाल से पीड़ित
- भुखमरा: भूख से मरा
- आचार्कुशल: आचार से कुशल
- रसभरा: रस से भरा
- मनचाहा: मन से चाहा
तत्पुरुष समास के बारे में विस्तार पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें तत्पुरुष समास (परिभाषा, भेद और उदाहरण)
परीक्षा में यह भी पूछे जा सकते हैं
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