लाल मोर और तेनालीराम की कहानी
लाल मोर और तेनालीराम की कहानी | Lal Mor Aur Tenali Rama ki Kahani विजयनगर साम्राज्य के राजा श्री कृष्ण देव राय को पशु पक्षियों के साथ अनोखी चीजों का शौक था। महाराज हमेशा सुबह जल्दी उठकर अपने महल के
लाल मोर और तेनालीराम की कहानी | Lal Mor Aur Tenali Rama ki Kahani विजयनगर साम्राज्य के राजा श्री कृष्ण देव राय को पशु पक्षियों के साथ अनोखी चीजों का शौक था। महाराज हमेशा सुबह जल्दी उठकर अपने महल के
अपराधी बकरी (तेनालीराम की कहानी) | Apradhi Bakra Tenali Rama ki Kahani एक समय की बात है, विजयनगर साम्राज्य के राजा कृष्णदेव राय हमेशा की तरह अपने महल में बैठे हुए थे। वहां पर अनेक कलाकार अपनी प्रस्तुतियां दिखाकर राजा
बेशकीमती फूलदान और तेनालीराम की कहानी | Beshkeemti Phooldan Aur Tenali Rama ki Kahani बहुत समय पहले की बात है। विजयनगर साम्राज्य के राजा श्री कृष्णदेव राय को नायाब चीजों का बहुत ही शौक था। कृष्णदेव राय राज्य में हमेशा
तेनालीराम बना जटाधारी सन्यासी | Tenali Raman Bana Jatadhari Sanyasi बहुत समय पहले की बात है। विजयनगर साम्राज्य में शिवालयों के अभाव से महाराज कृष्णदेव राय ने एक से वाले बनाने की सोची। महाराज ने सभी मंत्रियों और दरबारियों को
मटका और तेनालीराम की कहानी | Matka Aur Tenali Rama ki Kahani बहुत पहले की बात है। विजय नगर नाम का साम्राज्य हुआ करता था, जिसके महाराज श्री कृष्ण देव राय थे। महाराज हमेशा अपनी प्रजा के हितों के लिए
नीलकेतु और तेनाली रामा की कहानी | Neelketu Aur Tenali Rama ki Kahani एक समय की बात है, महाराज कृष्णदेव राय के दरबार में नीलकेतु नाम का व्यक्ति आया। नीलकेतु काफी दुबला पतला और कमजोर व्यक्ति था। राजा से मिलकर
खूंखार घोड़ा और तेनाली रामा की कहानी | Khunkhar Ghoda Aur Tenali Rama ki Kahani एक समय की बात है। दक्षिण भारत में स्थित विजयनगर नाम का साम्राज्य हुआ करता था। उस साम्राज्य की बागडोर राजा कृष्णदेव राय को सौंपी
होली उत्सव और महामूर्ख की उपाधि | Holi Utsav Aur Mahamurkh Ki Upadhi विजय नगर की होली आसपास के सभी साम्राज्य से सबसे मशहूर होली थी। वहां पर होली के उत्सव के दिन सबसे बड़ा आयोजन होता था। विजयनगर की
मनहूस कौन (तेनालीराम की कहानी) | Manhoos Kaun Tenali Rama ki Kahani कृष्णदेव राय के साम्राज्य विजय नगर में चेलाराम नाम का व्यक्ति रहता था। वहां राज्य में इस कारण प्रसिद्ध था कि अगर चेलाराम का चेहरा सुबह के समय
रंग-बिरंगे नाखून (तेनालीराम की कहानी) | Rang Birangi Nakhun Tenali Rama ki Kahani एक बार की बात है, राजा कृष्णदेव राय को पशु पक्षियों का बहुत शौक था। महाराज हमेशा सुबह जल्दी उठकर बगीचे के अंदर टहलने जाते थे, वहां