गरीक बादशाह और हकीम दूबाँ की कहानी (अलिफ लैला की कहानी)
एक नगर का नाम रूमा था। रूमा नगर में एक राजा गिरीश है, जिनका नगर में बहुत ही सम्मान होता था। उन्हें उनके कार्य के लिए जाना जाता था। कुछ दिनों के बाद वहां के राजा गिरीश को कुष्ठ रोग
एक नगर का नाम रूमा था। रूमा नगर में एक राजा गिरीश है, जिनका नगर में बहुत ही सम्मान होता था। उन्हें उनके कार्य के लिए जाना जाता था। कुछ दिनों के बाद वहां के राजा गिरीश को कुष्ठ रोग
घर की मालकिन जुबैदा ने सबको अपने-अपने विचार तथा अपने-अपने सफाई में कुछ बोलने का मौका दिया। जब मजदूर की बारी आई तो जुबैदा ने मजदूर को अपनी कहानी सबके सामने प्रस्तुत करने के लिए कहा। मजदूर डरा हुआ था,
बहुत समय पहले की बात है। एक नगर में एक राजा राज करता था। उसका एक पुत्र था, जिससे वह बहुत प्रेम करता था। वह राजकुमार की हर एक मनोकामना को पूरा करता था। वह किसी भी प्रकार की इच्छा
90 के दशक में टेलीविजन पर अलिफ लैला नाम का एक धारावाहिक काफी ज्यादा प्रचलित था, जिसमें 1000 कहानियों को दिखाया गया था। यह कहानी अरब देशों की कहानी का संग्रह है। इस कहानी को 10वीं शताब्दी में ही अरब