जाने क्रिकेट इतिहास में पहली कौन हुआ था ‘टाइम आउट’, टाइम आउट कैसे बल्लेबाज को दिया जाता है आउट आसानी से समझें
5 अक्टूबर 2023 से आईसीसी वनडे विश्व कप शुरू हुआ है, जिसमें सोमवार 6 नवंबर 2023 को श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच मैच हो रहा था। लेकिन इस मैच के दौरान एक अजीबोगरीब घटना घटी, जिसने काफी विवाद खड़ा कर दिया है।
यह वर्ल्ड कप 2023 का 38वां मुकाबला था, जो कि दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेला जा रहा था। इस मैच में बांग्लादेश के अनुभवी बल्लेबाज एंजलो मैथ्यूज को टाइम आउट करार कर दिया गया। इससे पहले इंटरनेशनल क्रिकेट में किसी भी बल्लेबाज को टाइम आउट नहीं दिया गया था। जिसके कारण एक बार फिर से क्रिकेट के नियम और खेल भावना को लेकर बहस छिड़ गई है।
हालांकि इसके लिए बांग्लादेश के कप्तान साकिब अल हसन ने अंपायर से मैथ्यूज को लेकर अपील भी की है। तो चलिए आज के इस लेख में जानते हैं कि क्रिकेट में टाइम आउट का क्या है नियम?
क्रिकेट में टाइम आउट क्या होता है?
क्रिकेट के खेल में सभी नियम बनाने वाली संस्था MCC (marlebone cricket club) के अनुसार मैच में किसी भी बल्लेबाज के आउट हो जाने के बाद पिच पर आने वाले अगले बल्लेबाज को हर हाल में 3 मिनट के अंदर पहली गेंद का सामना करना पड़ता है। अगर वह 3 मिनट के अंदर गेंद का सामना नहीं करते हैं तो उसे बल्लेबाज को आउट करार दिया जाता है, इसी को टाइम आउट कहते हैं।
इस तरह टाइम आउट क्रिकेट ग्राउंड में पिच पर एक बल्लेबाज के आउट होने और दूसरे बल्लेबाज के पीच पर आने का समय निर्धारित करता है। क्रिकेट में बैटर के बेवजह समय बर्बाद ना हो, इसीलिए क्रिकेट में टाइम आउट के नियम को लाया गया है।
लेकिन आज से पहले इंटरनेशनल क्रिकेट टूर्नामेंट में किसी भी खिलाड़ी को टाइम आउट नहीं किया गया था। एंजेलो मैथ्यू पहले ऐसे बल्लेबाज हैं, जिन्हें इंटरनेशनल क्रिकेट टूर्नामेंट में टाइम आउट किया गया है।
एंजेलो मैथ्यू कैसे हुए टाइम आउट करार?
क्रिकेट में टाइम आउट के नियम के अनुसार एक बल्लेबाज के आउट होने के बाद दूसरे बल्लेबाज को 3 मिनट के अंदर गेंद का सामना करना होता है। हालांकि मैथ्यूज क्रिज पर 2 मिनट में ही पहुंच गए थे लेकिन गेंद को फेस करने में उन्हें 3 मिनट से ज्यादा समय लग गया।
दरअसल उनके हेलमेट में कुछ दिक्कत आ गई थी, जिसके कारण उन्होंने किसी दूसरे खिलाड़ी से हेलमेट मंगवाया। इसी कारण उन्हें गेंद का सामना करने में देरी हो गई। हालांकि अगर वे अंपायर और विपक्ष टीम के कप्तान से इसके लिए परमिशन ली होती तो वह इससे बच सकते थे।
लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। जिसके कारण बांग्लादेश के कप्तान साकिब अल हसन ने अंपायर से मैथ्यू को टाइम आउट करार करने की अपील की और अंपायर ने उनकी अपील को स्वीकार करते हुए एंजेलो मैथ्यूज को टाइम आउट करार कर दिया।
हालांकि एंजेलो मैथ्यूज ने अंपायर और साकिब को अपने टूटे हुए हेलमेट को भी दिखाया लेकिन साकिब ने अपने फैसले को नहीं बदला। इस तरीके से मैंथ्यूज इंटरनेशनल क्रिकेट टूर्नामेंट में टाइम आउट कर दिए जाने वाले पहले बल्लेबाज बन चुके हैं।
क्रिकेट में टाइम आउट होने वाले पहले क्रिकेटर
अब तक के क्रिकेट इतिहास में टाइम आउट होकर आउट होने वाले पहले क्रिकेटर हैरोल्ड हैगूट थे, जो कि आज से 101 साल पहले 1919 में ससेक्स और समर सेट के बीच टांटन के मैदान में हो रहे मैच में आउट हुए थे।
इस मैच के दौरान हारोल्ड मैदान पर सही समय पर नहीं पहुंच पाए थे, जिसका कारण उन्होंने अपनी घायल टांग बताई थी। इसके अलावा वे क्रिकेट के जर्सी के बजाय सामान्य कपड़े पहन कर लगंडाते हुए पिच पर पहुंचे थे। लेकिन अंपायर ने उन्हें टाइम आउट करार करते हुए उनके पारी को वहीं खत्म कर दिया।
हालांकि उस समय क्रिकेट में टाइम आउट जैसा कोई नियम नहीं था, जिसके कारण उस समय अंपायर ने हारोल्ड के आउट होने के कारण वाले कॉलम में केवल एब्सेंट लिख दिया था।
इस तरह क्रिकेट के इतिहास में अब तक केवल पांच ही खिलाड़ियों को टाइम आउट तरीके से उनकी पारी को खत्म किया गया है।