Home > Stories > Panchatantra > बूढा आदमी, युवा पत्नी और चोर – पंचतंत्र की कहानी

बूढा आदमी, युवा पत्नी और चोर – पंचतंत्र की कहानी

गलत मार्ग का परिणाम (Old Man Young Wife and Thief Story In Hindi)

एक गांव में एक किसान रहता था। किसान बुढा था किंतु उसकी पत्नी जवान थी। उसकी नजर हमेशा पुरुषों पर रहती थी। एक दिन एक ठग ने औरत को अकेले ही घर से निकलते देखा। ठग ने उस औरत का पीछा किया।

जब वह औरत एकांत जगह पर पहुंच गई तो ठग उसके पास आया और बोला “मेरी पत्नी का देहांत हो चुका है और मैं आपको पसंद करता हूं तो आप मेरे साथ चलिए।”

Old Man Young Wife and Thief Story
Old Man Young Wife and Thief Story In Hindi

औरत बोली “यदि ऐसी बात है तो मैं आपके साथ चलने के लिए तैयार हूं क्योंकि मेरा पति वृद्ध हो चुका है, वह हिलने डुलने के लायक भी नहीं है। उसके पास अत्यधिक धन है। मैं उस धन को ले आती हूं जिससे हमारा आगे का जीवन आसानी से व्यतीत हो जाएगा।”

ठग ने कहा “ठीक है, कल भोर के समय तुम इसी स्थान पर आ जाना फिर हम यहां से आगे साथ चलेंगे।”

औरत अपने घर आ गई और अपने पति के सोने का इंतजार करने लगी। जब उसका पति सो गया तो उसने सारा धन गहने सभी को एक पोटली में बांध लिया और प्रातः काल उसी स्थान पर पहुंच गई, जहां पर उसकी मुलाकात ठग से हुई।

Read Also: ब्राह्मण और सर्प की कथा – The Brahmin And The Cobra Story In Hindi

दोनों ने उस स्थान से आगे की यात्रा एक साथ प्रारंभ की। गांव से आगे काफी दूर तक चलने के बाद रास्ते में एक गहरी नदी आई। यदि मैं इस औरत को अपने साथ ले जाऊंगा तो अवश्य ही इसे कोई ढूंढता हुआ मेरे पीछे आ जाएगा और मैं संकट में पड़ जाऊंगा। अतः मैं किसी ना किसी तरह इसके धन को हड़प कर इसे अपना पीछा छुड़ा लूं।

यह सोचकर ठग बोला “नदी बहुत गहरी हैं, मैं तुम्हें और सामान को साथ लेकर नदी पार नहीं कर पाऊंगा। तो मैं पहले सामान को उस और ले जाता हूं फिर तुम्हें अपनी पीठ पर बैठाकर नदी पार करवा दूंगा।

औरत ने उसकी बात मान कर धन की पोटली ठग को दे दी। ठग बोला “तुम्हारे गहने और भारी वस्त्र भी मुझे दे दो ताकि अगली बार नदी पार करने में आसानी होगी।”

औरत ने ऐसा ही किया जैसा ठग ने कहा। ठग सारा सामान लेकर नदी के उस पार चला गया, लेकिन पुनः वापस नहीं आया।

औरत अपने कर्मों के कारण कहीं की नहीं रही।

शिक्षा:- अपने हित के लिए गलत मार्ग कभी नहीं अपनाना चाहिए।

पंचतंत्र की सम्पूर्ण कहानियां पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें।

Sawai Singh
Sawai Singh
मेरा नाम सवाई सिंह हैं, मैंने दर्शनशास्त्र में एम.ए किया हैं। 2 वर्षों तक डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी में काम करने के बाद अब फुल टाइम फ्रीलांसिंग कर रहा हूँ। मुझे घुमने फिरने के अलावा हिंदी कंटेंट लिखने का शौक है।

Leave a Comment