ऋषि का विलोम शब्द(Hrishi ka Vilom Shabd in Hindi)
ऋषि का विलोम शब्द- संसारी
Hrishi ka Vilom Shabd-sansari
ऋषि का तात्पर्य -आध्यात्मिक और भौतिक तत्वों का ज्ञाता, परम बुद्धिमान, दूरदर्शी, सच्चरित्र और त्यागी व्यक्ति।
संत, साधु, जो व्यक्ति चरित्र से शांतचित्त हो। जबकि संसारी का तात्पर्य – संसार संबंधी, भौतिक, गृहस्थ जीवन व्यतीत करने वाला, व्यवहार कुशल, दुनियादार, माया-मोह में डूबा हुआ व्यक्ति।
नीचे वाक्य प्रयोग कर हम जानेंगे की ऋषि और उसके विलोम शब्द संसारी को कहा प्रयोग करना है
ऋषि का विलोम शब्द- वाक्य प्रयोग द्वारा विलोम शब्द के अंतर की पहचान
ऋषि – भारत में बहुत बड़े बड़े ऋषि महात्मा हुआ और अपने तपोबल से सिद्धि प्राप्त की।
संसारी – संसारी आनंद तो क्षणभंगुर होता है,असली सद्गति तो ईश्वर के चरणों में है।
विलोम का शब्द का अपना एक भाग है प्रत्येक पाठ्यक्रम में, छोटी और बड़ी कक्षाओं में विलोम शब्द पढ़ाया जाता है, कंठस्थ कराया जाता है। प्रतियोगी परीक्षाओं में यह एक मुख्य विषय के रूप में पूछा जाता है और महत्व दिया जाता है।
परीक्षा के दृष्टिकोण से विलोम शब्द बहुत महत्वपूर्ण होते हैं सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में विलोम शब्द का अपना-अपना भाग होता है चाहे वह पेपर हिंदी में हो या अंग्रेजी में यहां तक कि संस्कृत में भी विलोम शब्द पूछे जाते हैं।
विलोम शब्द कोई बहुत कठिन विषय नहीं है यदि इसे ध्यान से समझा जाए तो याद करने की भी आवश्यकता नहीं होती है इसे समझ समझ कर ही लिखा जा सकता है।
अन्य महत्वपूर्ण विलोम शब्द
1000+ विलोम शब्द का विशाल संग्रह