बादशाह की अंगूठी (अकबर बीरबल की कहानी)
बादशाह की अंगूठी (अकबर बीरबल की कहानी) – Badshaah ki Anguthi एक समय की बात है। बादशाह अकबर की अंगूठी खो जाती हैं। बादशाह बहुत परेशान हो जाते हैं। क्योंकि वह बादशाह की सबसे प्यारी अंगुठी थी। बादशाह के सेवक
बादशाह की अंगूठी (अकबर बीरबल की कहानी) – Badshaah ki Anguthi एक समय की बात है। बादशाह अकबर की अंगूठी खो जाती हैं। बादशाह बहुत परेशान हो जाते हैं। क्योंकि वह बादशाह की सबसे प्यारी अंगुठी थी। बादशाह के सेवक
बीरबल की खिचड़ी (अकबर बीरबल की कहानी) –Birbal Ki Khichdi Story In Hindi एक बार की बात है। ठंड के मौसम में बादशाह अकबर और बीरबल तालाब के पास घूम रहे थे। बादशाह अकबर ने अपनी ऊँगली तालाब के ठंडे
आंखों वाले अंधे (अकबर बीरबल की कहानी) – Ankhon Wale Andhe एक समय की बात है। बादशाह अकबर और बीरबल किसी बात पर चर्चा कर रहे थे। तभी बादशाह अकबर ने कहा “बीरबल इस दुनिया में एक प्रतिशत व्यक्ति अंधा
रेत और चीनी (अकबर बीरबल की कहानी) – Reat aur Chinni एक समय की बात है। बादशाह अकबर, बीरबल और सभी मंत्री गण के साथ दरबार में बैठे हुए थे। दरबार में कार्रवाई चल रही थी, बादशाह अकबर राजकाज देख
आम का पेड़ (अकबर बीरबल की कहानी) – Aam ka Ped एक बार बादशाह अकबर के दरबार में दो भाई राम और श्याम आये। आम के पेड़ का मालिक होने के लिए दोनों भाई आपस में लड़ रहे थे। राम
बीरबल की स्वर्ग यात्रा (अकबर बीरबल की कहानी) – Birbal Ki Swarg Ki Yatra एक समय की बात है। जब बादशाह अकबर नाई से अपने बाल और दाढ़ी बनवा रहे थे तो नाई बादशाह अकबर की तारीफ पर तारीफ कर
असली मां कौन? (अकबर बीरबल की कहानी) – Asli Maa kaun? बहुत पुरानी बात है। एक राजा था, जिनका नाम शहंशाह अकबर था। एक दिन उनके दरबार में दो महिलाएँ रोते हुए पहुँची। उनके पास 1 साल का छोटा-सा सुंदर
उम्र बढ़ाने वाला पेड़ (अकबर बीरबल की कहानी) – Ek Umar Badhane Wala Ped एक बार की बात है। जब बादशाह अकबर अपने साम्राज्य की उन्नति और विकास के लिए पूरे देश में चचिर्त में थे। बादशाह अकबर के दरबार
कौवों की संख्या (अकबर बीरबल की कहानी) – Kauwe ki Sankhya एक बार बादशाह अकबर और बीरबल राजमहल के बगीचे में टहल रहे थे, उस दिन बहुत ही सुंदर मौसम था। बगीचे में कई तरह के फूल और एक तलाब
संसार की सबसे बड़ी चीज (अकबर बीरबल की कहानी) – Sansaar ki sabase badi cheej एक समय की बात है। बादशाह अकबर के दरबार में एक दिन बीरबल उपस्थित नहीं थे। बीरबल को उपस्थित नहीं देख राज दरबार के सभी