गोवर्धन पूजा क्यों मनाई जाती है? जाने महत्व और मान्यताएं
भारतीय सनातन धर्म में गोवर्धन पूजा का विशेष महत्व है। यह पर्व दीपावली का ही एक हिस्सा है। दीपावली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा की जाती है। यह पूजा का पर्व सदियों से चला आ रहा है। आमतौर पर हम
Featured posts
भारतीय सनातन धर्म में गोवर्धन पूजा का विशेष महत्व है। यह पर्व दीपावली का ही एक हिस्सा है। दीपावली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा की जाती है। यह पूजा का पर्व सदियों से चला आ रहा है। आमतौर पर हम
भाई बहन का रिश्ता दुनिया का सबसे पवित्र एवं प्यार का रिश्ता होता है। यह रिश्ता बहुत ही अनमोल होता है, जिसके धागे को कोई नहीं तोड़ सकता। एक भाई की कामना यही होती है कि उसकी बहन हमेशा सुरक्षित
नव वर्ष का अर्थ होता है साल का अंत होने के बाद नए साल की शुरुआत। भारत में ज्यादातर लोग ग्रेगोरियन कैलेंडर का इस्तेमाल करते हैं और ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार नया साल 1 जनवरी को आता है। लेकिन भारत
भारत की संस्कृति बहुत ही अनूठी है। इस देश में अनेकों त्यौहार मनाए जाते हैं और दीपावली प्रमुख त्योहारों में से एक है। दीपावली 5 दिनों का त्यौहार है, जिसमें से दूसरा दिन नरक चतुर्दशी का होता है। यह त्यौहार
हमारे भारत में वैसे तो अनेकों पर्व मनाया जाते हैं, जिसमें से कुछ ऐसे भी पर्व है, जो कि भारतीय इतिहास में अपना विशेष महत्व रखते हैं। भारत में मनाए जाने वाले इन सभी धार्मिक त्योहारों की सूची में सबसे
दीवाली के दिन लक्ष्मी के साथ गणेशजी की पूजा की जाती है, जबकि लक्ष्मीजी के साथ विष्णु की पूजा होनी चाहिए। चूंकि दिवाली पूजा में हमारी मुख्य भावना धन एवं समृद्धि की प्राप्ति होती है। धन की स्वामिनी लक्ष्मी को
भारत एक त्योहारों का देश है। भारत में विभिन्न प्रकार के त्यौहार मनाए जाते हैं। भारत में त्यौहार न केवल संस्कृति का प्रतीक है बल्कि यह प्यार एवं एकता का भी प्रतीक है। क्योंकि त्योहारों के कारण हर कोई एक
Money Saving Tips in Hindi: केवल पैसे कमाना ही बड़ी बात नहीं है पैसे को बचाना भी बहुत जरूरी होता है। जीवन में रोटी, कपड़ा और मकान के साथ ही कई और भी चीजों की आवश्यकता होती है। अचानक से
Postage Stamps History in Hindi: पहले के समय में डाक टिकट दूर बैठे लोगों तक संचार स्थापित करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम हुआ करता था। लेकिन आधुनिक समय में मोबाइल, इंटरनेट और सोशल मीडिया के कारण लोग डाक टिकट का
भारत की स्त्रियां प्राचीन काल से ही पतिव्रता रही है। वे अपने पति को भगवान के समान समझती है और पति के दीर्घायु के लिए किसी भी परीक्षा से गुजर सकती है। हर साल महिलाएं अपने पति के दीर्घायु के